आजकल भारत में सोने की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। खासकर शादी-ब्याह के मौसम में लोगों की नज़रें सोने की कीमत पर रहती हैं। जब भी सोना सस्ता होता है, दुकानों और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर खरीदारी का जोश दिखने लगता है। ऐसे वक्त में आम लोग, निवेशक और गृहणियां सभी इस मौके को भुनाना चाहते हैं।
2025 के शुरुआती महीनों में सोने की कीमतों ने नए रिकॉर्ड भी तोड़े थे, जिससे आम जनता थोड़ी परेशान हो गई थी। ऐसे में बहुत लोगों ने कुछ समय इंतजार करने का फैसला लिया था, ताकि कीमत कम होने पर अच्छा फायदा लिया जा सके। अब जब अचानक सोना सस्ता हुआ है, तो बाजारों में खूब भीड़ देखने को मिल रही है और कई लोग खरीदारी के लिए बुकिंग भी करा रहे हैं।
सोना सस्ता होने का कारण
हाल में सोने के भाव में गिरावट कई वजहों से आई है, जैसे कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की मजबूती, कच्चे तेल की कीमतें और कई देशों में ब्याज दरों का बदलना। इसके अलावा भारत सरकार ने भी रिजर्व बैंक के जरिए ‘सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड’ जैसी स्कीम पेश की है, जिससे भी बाजार में कीमतों का असर देखने को मिला।
सरकार का मकसद यही है कि लोग भौतिक सोने की जगह डिजिटल या बांड के जरिए निवेश करें, जिससे देश में सोने का आयात कम हो सके। जब बांड की कीमतें कम होती हैं, तब लोग इसमें निवेश के लिए आगे आते हैं और इसका थोड़ा बहुत असर फिजिकल गोल्ड के दाम पर भी नज़र आता है।
जानिए 10 ग्राम सोने का नया दाम
सोने की सस्ती होती कीमतों का फायदा अब लोग आसानी से ले सकते हैं। वर्तमान में 24 कैरेट शुद्धता वाले 10 ग्राम सोने का रेट हाल के दिनों में करीब 1,500–2,000 रुपये तक कम हुआ है। अब 10 ग्राम सोना लगभग 71,500 रुपये के आसपास मिल रहा है, जबकि कुछ सप्ताह पहले यह 73,500 रुपये के ऊपर बिक रहा था।
बाजार में अचानक आई इस गिरावट ने सभी निवेशकों और आम खरीददारों को बड़ी राहत दी है। देश के अलग-अलग शहरों के भाव में थोड़ा-बहुत फर्क जरूर होता है, लेकिन ये दाम औसतन हैं। साथ ही अगर किसी खास दिन या त्यौहार पर मेकिंग चार्ज में भी छूट मिले, तो ग्राहक को और ज्यादा फायदा हो सकता है।
कौन-सी सरकारी स्कीम है इसमें फायदेमंद?
आजकल सरकार और रिजर्व बैंक द्वारा चलाए गए ‘सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड’ (SGB) स्कीम लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। इसमें आपको सोना खरीदने की जरूरत नहीं होती, बल्कि आप ऑनलाइन या बैंक के माध्यम से बांड खरीद सकते हैं। इस स्कीम में निवेश करने पर 2.5% सालाना ब्याज भी मिलता है। साथ ही, ये बांड 8 साल के लिए होते हैं, जिसमें आपको मैच्योरिटी पर सोने का बाजार भाव भी मिल जाता है।
एसजीबी की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें आपको सोने को रखने की झंझट नहीं रहती और चोरी जैसी कोई चिंता नहीं रहती। इसके अलावा, इसमें टैक्स पर भी कुछ राहत मिलती है। अगर आप भौतिक सोना नहीं खरीदना चाहते, तो यह स्कीम आपके लिए बेहद फायदेमंद है।
दुकानदार और ऑनलाइन मार्केट का हाल
सोना सस्ता होने के बाद ज्वेलरी शॉप्स और ऑनलाइन वेबसाइट्स पर ग्राहकों की भीड़ देखने को मिल रही है। कई दुकानें खास ऑफर भी दे रही हैं, जैसे मेकिंग चार्ज में छूट या पुराने सोने की अदला-बदली पर एक्स्ट्रा डिस्काउंट। आजकल खरीदारी की सुविधा आसान हो गई है, क्योंकि EMI और ऑनलाइन बुकिंग जैसे विकल्प भी मौजूद हैं।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म जैसे कि पेटीएम, फोनपे और दूसरे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर भी सोने के सिक्के और छोटे बार्स मिल जाते हैं। इससे छोटे निवेशक भी कम पैसे लगाकर अपने लिए सुरक्षित सोने की खरीदारी कर सकते हैं।
खरीदारी करने से पहले ध्यान दें
सोना खरीदने से पहले उसकी शुद्धता जरूर जांच लें। 24 कैरेट और 22 कैरेट सोने में फर्क होता है, और हर जगह हॉलमार्किंग जरूरी है। अगर आप किसी स्कीम में निवेश कर रहे हैं, तो उसके नियम और शर्तें जरूर पढ़ें। बैंकों, पोस्ट ऑफिस और सरकार द्वारा चलाए जा रहे प्लेटफॉर्म पर निवेश सबसे सुरक्षित रहता है।
निष्कर्ष
अब जब सोना सस्ता हुआ है, तो लोग बड़े जोश के साथ खरीदारी कर रहे हैं। बाजार, ऑनलाइन प्लेटफॉर्म और सरकारी स्कीमें—सभी का फायदा उठाया जा सकता है। खरीदारी करते वक्त हमेशा सतर्क रहें और अपनी ज़रूरत और बजट के हिसाब से सही विकल्प चुनें।