CUET 2025 कट-ऑफ लिस्ट में आई भारी गिरावट, Gen-OBC-SC-ST के लिए कितने नंबर पर मिलेगा टॉप कॉलेज में एडमिशन

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Cuet cut off
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CUET (Common University Entrance Test) आज के समय में भारत के टॉप सेंट्रल यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन के लिए सबसे जरूरी एग्जाम बन चुका है। हर साल लाखों छात्र-छात्राएँ CUET के जरिए दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU), बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU), जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) जैसी यूनिवर्सिटीज़ में दाखिला लेने का सपना देखते हैं। लेकिन इन यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन सिर्फ अच्छे स्कोर और कट ऑफ मार्क्स के आधार पर ही मिलता है।

CUET कट ऑफ मार्क्स हर साल बदलते रहते हैं और ये कई फैक्टर्स पर निर्भर करते हैं – जैसे कि कितने स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया, पेपर का लेवल कैसा था, सीट्स की संख्या कितनी है, और अलग-अलग कैटेगरी (General, OBC, SC, ST) के लिए रिजर्वेशन कितना है। इस आर्टिकल में हम आपको बताएँगे कि CUET कट ऑफ मार्क्स क्या होते हैं, किस कैटेगरी के लिए कितने मार्क्स चाहिए, और एडमिशन के लिए आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

अगर आप भी CUET के जरिए UG या PG कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं, तो आपके लिए ये जानकारी बहुत जरूरी है। यहाँ आपको मिलेगा – CUET कट ऑफ का ओवरव्यू, कैटेगरी वाइज कट ऑफ मार्क्स, टॉप यूनिवर्सिटीज़ की कट ऑफ लिस्ट, और एडमिशन प्रोसेस से जुड़ी आसान भाषा में पूरी डिटेल।

CUET Cut Off Marks in Hindi

CUET कट ऑफ मार्क्स वो न्यूनतम अंक होते हैं, जो आपको किसी यूनिवर्सिटी या कॉलेज में एडमिशन के लिए लाने जरूरी होते हैं। हर कोर्स और हर यूनिवर्सिटी की कट ऑफ अलग-अलग होती है, और ये कैटेगरी (Gen, OBC, SC, ST) के हिसाब से भी बदलती है।

कट ऑफ मार्क्स का मतलब है – अगर आपने उतने या उससे ज्यादा अंक लाए हैं, तो आपको काउंसलिंग या एडमिशन के लिए बुलाया जा सकता है। अगर आपके अंक कट ऑफ से कम हैं, तो उस कोर्स या कॉलेज में आपका एडमिशन नहीं हो पाएगा।

कट ऑफ मार्क्स हर साल बदल सकते हैं, क्योंकि ये कई बातों पर निर्भर करते हैं – जैसे कि सीट्स की संख्या, स्टूडेंट्स की संख्या, पेपर का लेवल, और रिजर्वेशन पॉलिसी।

CUET कट ऑफ मार्क्स का ओवरव्यू (Overview Table)

जानकारीडिटेल
एग्जाम का नामCommon University Entrance Test (CUET)
लेवलUndergraduate (UG) और Postgraduate (PG)
कट ऑफ किस पर निर्भरसीट्स, पेपर लेवल, रिजर्वेशन, स्टूडेंट्स की संख्या
कैटेगरीGeneral, OBC, SC, ST
कट ऑफ का फॉर्मेटमार्क्स, परसेंटाइल, रैंक
एडमिशन प्रोसेसCUET स्कोर + काउंसलिंग
टॉप यूनिवर्सिटीDU, BHU, JNU, AMU, आदि
रिजर्वेशनOBC, SC, ST, EWS के लिए अलग कट ऑफ
कट ऑफ कब आती हैरिजल्ट के बाद, काउंसलिंग से पहले
जरूरी डॉक्युमेंट्समार्कशीट, कैटेगरी सर्टिफिकेट, CUET स्कोरकार्ड

CUET कट ऑफ मार्क्स कैसे तय होते हैं? (How CUET Cut Off is Decided)

  • पेपर का लेवल: अगर पेपर आसान है तो कट ऑफ ज्यादा जाती है, और अगर मुश्किल है तो कम।
  • सीट्स की संख्या: कम सीट्स होंगी तो कट ऑफ हाई जाएगी, ज्यादा सीट्स होंगी तो कम।
  • स्टूडेंट्स की संख्या: ज्यादा स्टूडेंट्स ने अप्लाई किया तो कट ऑफ बढ़ सकती है।
  • रिजर्वेशन पॉलिसी: OBC, SC, ST, EWS के लिए अलग-अलग कट ऑफ होती है।
  • कोर्स की पॉपुलैरिटी: पॉपुलर कोर्स (जैसे BA English, B.Com, B.Sc) की कट ऑफ ज्यादा होती है।

कैटेगरी वाइज CUET कट ऑफ मार्क्स (Category Wise CUET Cut Off Marks)

हर कैटेगरी के लिए कट ऑफ अलग होती है। यहाँ आपको जनरल, ओबीसी, एससी, एसटी के लिए अनुमानित कट ऑफ मार्क्स मिलेंगे।

जनरल (General) कट ऑफ

  • टॉप यूनिवर्सिटीज़ में जनरल कैटेगरी के लिए कट ऑफ सबसे ज्यादा रहती है।
  • DU, BHU, JNU जैसी यूनिवर्सिटीज़ में जनरल के लिए 90-100 परसेंटाइल तक जा सकती है।
  • कई कोर्सेस में 95 से ऊपर परसेंटाइल या 400+ स्कोर जरूरी हो सकता है।

ओबीसी (OBC) कट ऑफ

  • ओबीसी के लिए कट ऑफ जनरल से थोड़ी कम रहती है।
  • DU, BHU जैसी जगहों पर 85-95 परसेंटाइल तक जा सकती है।
  • कई कोर्सेस में 350-400 स्कोर या उससे ऊपर जरूरी हो सकता है।

एससी (SC) कट ऑफ

  • एससी के लिए कट ऑफ और कम रहती है।
  • आमतौर पर 70-85 परसेंटाइल या 250-350 स्कोर तक जा सकती है।

एसटी (ST) कट ऑफ

  • एसटी के लिए सबसे कम कट ऑफ रहती है।
  • कई जगहों पर 60-75 परसेंटाइल या 200-300 स्कोर तक भी एडमिशन मिल सकता है।

टॉप यूनिवर्सिटीज़ और कोर्सेस की अनुमानित कट ऑफ (Top Universities & Courses Expected Cut Off)

नीचे कुछ पॉपुलर यूनिवर्सिटीज़ और उनके कोर्सेस की अनुमानित कट ऑफ दी गई है:

यूनिवर्सिटी/कॉलेजकोर्सजनरल कट ऑफओबीसी कट ऑफएससी कट ऑफएसटी कट ऑफ
दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU)B.Com (Hons)97-99%90-92%80-85%70-75%
BHUB.Sc (Hons)480-485430330-335310-320
JNUBA (Hons)96-98%90-92%80-85%70-75%
AUDBA (Hons) Economics96.2592-9480-8570-75
SRCCB.Com (Hons)99-100%95-97%85-90%80-85%
Hansraj CollegeB.Sc (Hons) Physics360-395+320-350280-320250-280

नोट: ये आंकड़े अनुमानित हैं, हर साल बदल सकते हैं।

कोर्स वाइज CUET कट ऑफ (Course Wise CUET Cut Off)

कुछ पॉपुलर कोर्सेस की कट ऑफ नीचे दी गई है:

  • BA (Hons) English: जनरल – 96-98%, ओबीसी – 92-94%, एससी – 80-85%
  • B.Com (Hons): जनरल – 97-99%, ओबीसी – 90-92%, एससी – 80-85%
  • B.Sc (Hons) Mathematics: जनरल – 91-95%, ओबीसी – 85-90%, एससी – 75-80%
  • BA (Hons) History: जनरल – 95-98%, ओबीसी – 90-92%, एससी – 80-85%
  • BA (Hons) Psychology: जनरल – 98-100%, ओबीसी – 95-97%, एससी – 85-90%

कट ऑफ मार्क्स जानने के फायदे (Benefits of Knowing Cut Off Marks)

  • आपको पता चल जाता है कि किस कोर्स या कॉलेज के लिए कितने मार्क्स लाने जरूरी हैं।
  • आप अपने टारगेट कोर्स के हिसाब से तैयारी कर सकते हैं।
  • काउंसलिंग के समय सही चॉइस फिलिंग कर सकते हैं।
  • अपने स्कोर के हिसाब से सही कॉलेज चुन सकते हैं।

CUET कट ऑफ कब और कैसे जारी होती है? (When & How CUET Cut Off is Released)

  • रिजल्ट आने के बाद हर यूनिवर्सिटी/कॉलेज अपनी कट ऑफ लिस्ट जारी करती है।
  • कट ऑफ लिस्ट में कोर्स वाइज और कैटेगरी वाइज मिनिमम स्कोर या परसेंटाइल दी जाती है।
  • स्टूडेंट्स को काउंसलिंग या एडमिशन के लिए बुलाया जाता है।
  • कई बार एक से ज्यादा कट ऑफ लिस्ट (1st, 2nd, 3rd) आती हैं।

CUET कट ऑफ पर असर डालने वाले फैक्टर्स (Factors Affecting CUET Cut Off)

  • एग्जाम का डिफिकल्टी लेवल: आसान पेपर में कट ऑफ हाई जाती है।
  • सीट्स की संख्या: कम सीट्स में ज्यादा कंपटीशन, कट ऑफ हाई।
  • स्टूडेंट्स की संख्या: ज्यादा स्टूडेंट्स, ज्यादा कट ऑफ।
  • रिजर्वेशन: OBC, SC, ST के लिए अलग-अलग कट ऑफ।
  • कोर्स की डिमांड: पॉपुलर कोर्स में कट ऑफ हाई।

एडमिशन के लिए जरूरी डॉक्युमेंट्स (Important Documents for Admission)

  • CUET स्कोरकार्ड
  • 12वीं की मार्कशीट
  • कैटेगरी सर्टिफिकेट (अगर लागू हो)
  • फोटो ID प्रूफ
  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • एडमिशन फॉर्म

काउंसलिंग और एडमिशन प्रोसेस (Counseling & Admission Process)

  • रिजल्ट के बाद यूनिवर्सिटी काउंसलिंग शेड्यूल जारी करती है।
  • कट ऑफ के हिसाब से स्टूडेंट्स को चॉइस फिलिंग करनी होती है।
  • डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन के बाद फाइनल एडमिशन मिलता है।
  • अगर सीट बचती है तो अगली कट ऑफ लिस्ट आती है।

CUET कट ऑफ से जुड़े कुछ जरूरी सवाल (FAQs on CUET Cut Off)

  • Q: क्या कट ऑफ हर साल बदलती है?
    हाँ, कट ऑफ हर साल बदलती है क्योंकि ये कई फैक्टर्स पर निर्भर करती है।
  • Q: क्या रिजर्वेशन कैटेगरी वालों को कम मार्क्स पर भी एडमिशन मिल सकता है?
    हाँ, OBC, SC, ST के लिए कट ऑफ कम होती है।
  • Q: क्या सभी कोर्सेस की कट ऑफ एक जैसी होती है?
    नहीं, हर कोर्स की कट ऑफ अलग होती है।
  • Q: कट ऑफ लिस्ट कहाँ मिलेगी?
    यूनिवर्सिटी/कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट पर।
  • Q: अगर मेरा स्कोर कट ऑफ से कम है तो क्या करूँ?
    आप दूसरी यूनिवर्सिटी या कोर्स ट्राई कर सकते हैं।

CUET कट ऑफ मार्क्स – जरूरी बातें (Key Points)

  • कट ऑफ मार्क्स हर साल बदल सकते हैं।
  • हर कैटेगरी के लिए अलग-अलग कट ऑफ होती है।
  • टॉप यूनिवर्सिटीज़ में कट ऑफ ज्यादा जाती है।
  • रिजर्वेशन पॉलिसी का फायदा जरूर लें।
  • अपने स्कोर के हिसाब से ही कॉलेज और कोर्स चुनें।

निष्कर्ष (Conclusion)

CUET कट ऑफ मार्क्स हर स्टूडेंट के लिए जानना जरूरी है, ताकि वो अपने लिए सही कॉलेज और कोर्स चुन सके। अगर आप जनरल, ओबीसी, एससी या एसटी किसी भी कैटेगरी से हैं, तो ऊपर दी गई जानकारी आपके लिए बहुत काम की है। हर साल कट ऑफ बदलती है, इसलिए लेटेस्ट अपडेट्स पर नजर रखें और अपनी तैयारी उसी हिसाब से करें।

अगर आप सही स्ट्रेटजी और मेहनत के साथ CUET की तैयारी करेंगे, तो अच्छी यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिलना आसान हो जाएगा। अपने डॉक्युमेंट्स तैयार रखें और काउंसलिंग के समय सही चॉइस फिलिंग करें।

Disclaimer: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है। CUET कट ऑफ मार्क्स हर साल बदल सकते हैं और यूनिवर्सिटी/कॉलेज की ऑफिशियल वेबसाइट पर ही फाइनल कट ऑफ लिस्ट जारी होती है। यहाँ दी गई जानकारी अनुमानित है, इसलिए एडमिशन के लिए हमेशा ऑफिशियल अपडेट्स चेक करें। CUET एक असली और मान्य एग्जाम है, इसके आधार पर ही सेंट्रल यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन होता है। कोई भी अफवाह या गलत जानकारी पर भरोसा न करें।

आपकी तैयारी और मेहनत ही आपको आपके सपनों की यूनिवर्सिटी तक पहुँचाएगी!

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